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Political Theory and Concepts - राजनीतिक सिद्धांत एवं अवधारणाएँ – Adv

Summary and MCQs

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Unit 1: Hindi Summary – Political Theory and Concepts

राजनीति विज्ञान सामाजिक विज्ञान की एक प्रमुख शाखा है, जो सत्ता, शासन, अधिकार, न्याय और राजनीतिक व्यवहार से संबंधित मूलभूत प्रश्नों की जांच करता है। इसका अध्ययन समाजों, सरकारों और राजनीतिक प्रक्रियाओं को समझने में सहायता करता है, जो कि समकालीन वैश्विक संरचना के लिए अनिवार्य है।

1. राजनीति विज्ञान का अर्थ

“राजनीति विज्ञान” दो शब्दों से मिलकर बना है: “राजनीति” और “विज्ञान”। “राजनीति” का अर्थ है राज्य या सरकार से संबंधित गतिविधियाँ, और “विज्ञान” का अर्थ है किसी विषय का व्यवस्थित अध्ययन। अतः, राजनीति विज्ञान राज्य, सत्ता, शासन, नीतियों और राजनीतिक व्यवहार का व्यवस्थित अध्ययन है।

अरस्तू ने इसे “सर्वोच्च विज्ञान” (master science) कहा, क्योंकि यह समाज के हर पहलू को प्रभावित करता है और अन्य सामाजिक विज्ञानों के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। राजनीति विज्ञान का मूल उद्देश्य यह समझना है कि समाजों में सत्ता कैसे प्राप्त की जाती है, उसका उपयोग कैसे होता है और समाज में व्यवस्था व न्याय कैसे बनाए रखा जाता है।

राजनीति विज्ञान के प्रमुख अध्ययन क्षेत्र:

        राजनीतिक सिद्धांत (Political Theory): न्याय, स्वतंत्रता, समानता और अधिकार जैसे सिद्धांतों का अध्ययन।

        तुलनात्मक राजनीति (Comparative Politics): विभिन्न राजनीतिक प्रणालियों की तुलना।

        अंतरराष्ट्रीय संबंध (International Relations): राज्यों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के बीच संबंधों का अध्ययन।

        सार्वजनिक प्रशासन (Public Administration): सरकारी नीतियों को लागू करने की प्रक्रिया का अध्ययन।

        सार्वजनिक नीति (Public Policy): नीतियों की रचना, कार्यान्वयन और मूल्यांकन का विश्लेषण।

2. राजनीति विज्ञान की प्रकृति

राजनीति विज्ञान की प्रकृति को लेकर विद्वानों में काफी बहस रही है। कुछ इसे विज्ञान मानते हैं, तो कुछ इसे कला। इस विवाद को समझने के लिए निम्नलिखित पहलुओं पर विचार करना आवश्यक है:

2.1 राजनीति विज्ञान एक विज्ञान है या नहीं?

राजनीति विज्ञान को विज्ञान माना जा सकता है, क्योंकि यह सामाजिक घटनाओं का अध्ययन व्यवस्थित और तर्कसंगत तरीके से करता है। यह कारण और परिणाम (cause-effect relationship) की पड़ताल करता है। चुनावी विश्लेषण, जनमत सर्वेक्षण और सांख्यिकीय अध्ययन इसके वैज्ञानिक स्वरूप को दर्शाते हैं।

हालांकि, मानव व्यवहार की अनिश्चितता के कारण राजनीति विज्ञान में सटीक भविष्यवाणी करना कठिन होता है। समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र और मनोविज्ञान की तरह, यह एक सामाजिक विज्ञान है, न कि भौतिक विज्ञान।

2.2 राजनीति विज्ञान एक कला है

राजनीति विज्ञान में व्याख्या, तर्क, नैतिक मूल्य और ऐतिहासिक दृष्टिकोण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो इसे कला का स्वरूप प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, राजनीतिक नेताओं का व्यवहार, नीतियों की व्याख्या और कूटनीतिक रणनीतियाँ अक्सर कला पर आधारित होती हैं।

2.3 राजनीतिक अध्ययन के दो प्रमुख दृष्टिकोण

मानकवादी दृष्टिकोण (Normative Approach): इसमें नैतिक और दार्शनिक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जैसे कि “न्याय क्या है?” या “सही शासन प्रणाली कौन-सी है?”

व्यवहारवादी दृष्टिकोण (Empirical Approach): इसमें तथ्य और आँकड़ों के आधार पर राजनीतिक व्यवहार का विश्लेषण किया जाता है।

2.4 अंतःविषयक प्रकृति

राजनीति विज्ञान अन्य सामाजिक विज्ञानों जैसे समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान और इतिहास से प्रभावित होता है और उन्हें प्रभावित भी करता है। यह समन्वय इसकी व्यापकता को दर्शाता है।

3. राजनीति विज्ञान का क्षेत्र

राजनीति विज्ञान का क्षेत्र अत्यंत व्यापक है। यह न केवल सरकारों और राजनीतिक संस्थानों का अध्ययन करता है, बल्कि सामाजिक आंदोलनों, राजनीतिक विचारों और वैश्विक राजनीति को भी समझता है।

3.1 राजनीतिक संस्थानों का अध्ययन

इसमें विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और नौकरशाही जैसी संस्थाओं का विश्लेषण किया जाता है। भारत में संसद, प्रधानमंत्री कार्यालय और उच्चतम न्यायालय इसके उदाहरण हैं।

3.2 राजनीतिक प्रक्रियाओं का विश्लेषण

चुनाव, नीति निर्माण, राजनीतिक सामाजिकरण और जनमत निर्माण जैसे प्रक्रियाओं का अध्ययन इसके अंतर्गत आता है। उदाहरण के लिए, भारतीय चुनाव आयोग द्वारा चुनाव प्रक्रिया का संचालन।

3.3 राजनीतिक व्यवहार का अध्ययन

राजनीतिक व्यवहार में मतदाता व्यवहार, राजनीतिक भागीदारी, और जन आंदोलनों का अध्ययन किया जाता है। उदाहरणस्वरूप, भारत में स्वाधीनता संग्राम और हाल के किसान आंदोलन।

3.4 अंतरराष्ट्रीय राजनीति का अध्ययन

राज्य और अंतरराष्ट्रीय संगठनों (जैसे संयुक्त राष्ट्र, विश्व व्यापार संगठन) के संबंधों का अध्ययन किया जाता है। वैश्वीकरण और अंतरराष्ट्रीय संधियाँ इस क्षेत्र का प्रमुख हिस्सा हैं।

4. राजनीति विज्ञान की विधियाँ

राजनीति विज्ञान में अध्ययन और विश्लेषण के लिए विभिन्न पारंपरिक और आधुनिक विधियों का उपयोग किया जाता है।

4.1 पारंपरिक विधियाँ

        ऐतिहासिक विधि (Historical Method): ऐतिहासिक घटनाओं के विश्लेषण द्वारा वर्तमान राजनीतिक घटनाओं को समझने की विधि। जैसे, द्वितीय विश्व युद्ध के कारणों और प्रभावों का अध्ययन।

        कानूनी-संवैधानिक विधि (Legal-Institutional Method): संवैधानिक प्रावधानों और कानूनी ढांचे का विश्लेषण। उदाहरणस्वरूप, भारतीय संविधान का अध्ययन।

        दार्शनिक विधि (Philosophical Method): राजनीतिक विचारों और सिद्धांतों का अध्ययन। जैसे, प्लेटो, अरस्तू, जॉन लॉक और जेएस मिल के विचारों की व्याख्या।

4.2 आधुनिक विधियाँ

        व्यवहारवादी विधि (Behavioral Method): राजनीतिक व्यवहार का अध्ययन आँकड़ों और विश्लेषण के माध्यम से।

        तुलनात्मक विधि (Comparative Method): विभिन्न राजनीतिक प्रणालियों की तुलना। जैसे, भारत और अमेरिका की राजनीतिक व्यवस्था का तुलनात्मक अध्ययन।

        प्रणाली विश्लेषण (Systems Analysis): राजनीतिक प्रणाली को एक इकाई के रूप में अध्ययन करना।

        मात्रात्मक विधि (Quantitative Method): आँकड़ों और गणितीय मॉडल के माध्यम से राजनीतिक घटनाओं का विश्लेषण।

        खेल सिद्धांत: राजनीतिक रणनीतियों और कूटनीतिक निर्णयों का विश्लेषण।

5. राजनीति विज्ञान और अन्य सामाजिक विज्ञानों से संबंध

राजनीति विज्ञान अन्य सामाजिक विज्ञानों के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है, क्योंकि समाज के विभिन्न पहलुओं को समझने के लिए अंतःविषयक दृष्टिकोण आवश्यक है।

5.1 राजनीति विज्ञान और इतिहास

इतिहास अतीत की घटनाओं और नीतियों को समझने में मदद करता है, जबकि राजनीति विज्ञान ऐतिहासिक घटनाओं के प्रभावों का अध्ययन करता है। उदाहरण के लिए, भारत का स्वतंत्रता आंदोलन ऐतिहासिक और राजनीतिक दोनों दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण है।

5.2 राजनीति विज्ञान और समाजशास्त्र

समाजशास्त्र सामाजिक संरचनाओं और प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है, जबकि राजनीति विज्ञान समाज में सत्ता और शासन के कार्यों को समझता है। दोनों मिलकर राजनीतिक सामाजिकरण, पहचान राजनीति (identity politics) और सामाजिक आंदोलनों को समझते हैं।

5.3 राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र

राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र के बीच गहरा संबंध है। आर्थिक नीतियाँ राजनीतिक निर्णयों को प्रभावित करती हैं और राजनीतिक नीतियाँ आर्थिक संरचना को। जैसे, सरकार का बजट, कर नीति और आर्थिक सुधार।

5.4 राजनीति विज्ञान और मनोविज्ञान

मनोविज्ञान राजनीतिक व्यवहार को समझने में मदद करता है। राजनीतिक मनोविज्ञान (Political Psychology) नेताओं के व्यवहार, चुनावी रणनीतियों और जनमत निर्माण की प्रक्रिया को समझता है।

5.5 राजनीति विज्ञान और कानून

राजनीति विज्ञान और कानून में गहरा संबंध है, क्योंकि कानूनी ढांचे राजनीतिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं। संविधान कानून और शासन प्रणाली का आधार होता है। उदाहरण के लिए, भारतीय संविधान की व्याख्या राजनीतिक और कानूनी दोनों दृष्टिकोणों से की जाती है।

5.6 राजनीति विज्ञान और मानवशास्त्र

मानवशास्त्र विभिन्न संस्कृतियों और समाजों का अध्ययन करता है, जो राजनीति विज्ञान को विभिन्न समुदायों की राजनीतिक संरचना को समझने में सहायता करता है।

निष्कर्ष

राजनीति विज्ञान एक व्यापक और जटिल विषय है, जो समाज में सत्ता, शासन और राजनीतिक प्रक्रियाओं को समझने में सहायता करता है। इसका अध्ययन न केवल सरकारी संरचनाओं को समझने में सहायक है, बल्कि यह सामाजिक गतिशीलता, आर्थिक नीतियों और वैश्विक राजनीति को भी स्पष्ट करता है।

राजनीतिक सिद्धांत, राजनीतिक विज्ञान का आधार है और इसके अध्ययन से छात्रों को न्याय, स्वतंत्रता, समानता और अधिकार जैसे सिद्धांतों की गहरी समझ प्राप्त होती है। यह ज्ञान उन्हें समकालीन राजनीतिक घटनाओं का विश्लेषण करने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के लिए सक्षम बनाता है।

राजनीतिक विज्ञान की अंतःविषयक प्रकृति इसे अन्य सामाजिक विज्ञानों के साथ जोड़ती है, जिससे इसका अध्ययन और अधिक समृद्ध और प्रभावशाली बनता है।

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